बीके हत्या की जांच किडनैप BK Kidnap murder investigation
Posted: 13 Jun 2013
"लापता पुत्र की तलाश के लिए फिर आंदोलन करेगे कशमीरी लाल चोपड़ा - BK Child Kidnap
राजेश चुघ, बरवाला
साढ़े सात साल से लापता इकलौते पुत्र सुनील चोपड़ा का जिंदा या मुर्दा सुराग लगाने की मांग को लेकर संघर्षरत पिता कशमीरी लाल चोपड़ा ने सरकार के झूठे आश्वासनों से तंग आकर एक बार फिर आंदोलन की राह पकड़ने की ठान ली है। इसकी शुरुआत वे 18 मार्च सोमवार को बरवाला में मुख्यमंत्री का पुतला फूंक कर करेंगे।
चोपड़ा ने कहा कि वे और उनकी पत्नी जयदेवी मानसिक रूप से बीमार चल रहे है। उन्हे अपने पुत्र का जिंदा या मुर्दा सुराग चाहिए। उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री, बरवाला के विधायक व जिला प्रशासन को चेतावनी दी कि सरकार इस केस को सीबीआई के हवाले करें, निष्पक्ष जांच कराये, उन्हें न्याय प्रदान किया जाए। सरकार ने अगर शीघ्र ही इस मामले की निष्पक्ष जांच नही कराई तो वे अपना पुराना आंदोलन शुरू करेंगे सरकार के आला नेताओं के चित्रों पर माला डालकर प्रदर्शन करेंगे। कशमीरी लाल चोपड़ा ने कहा कि वे मर जाएंगे परंतु न्याय मिलने तक संघर्ष करेंगे।
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विधायक से की न्याय कराने की मांग
कशमीरी लाल चोपड़ा ने हलका विधायक को भी कहा कि उन्हें साढ़े तीन साल विधायक बने हो गए है। इस मामले की जांच वे सीबीआइ से कराने के लिए मुख्यमंत्री से बात करें। शहर के कुछ दोगले लोगों से सावधान रहे। वरना उनका हाल भी पूर्व विधायक व सांसद जैसा होगा। चोपड़ा ने कहा कि वे विधायक का सम्मान करते है परंतु न्याय मांगना उनका हक है और न्याय कराना विधायक का फर्ज है।
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क्या है सुनील चोपड़ा अपहरण का मामला
कशमीरी लाल चोपड़ा का पुत्र सुनील चोपड़ा साढ़े सात साल पूर्व जुलाई 2005 में लापता हो गया था। इसके पिता ने सुनील के अपहरण का आरोप लगाया था। इस मामले में ब्रह्माकुमारी आश्रम की पूर्व संचालिका बीके सुदेश व उसके एक सहायक पर अपहरण का आरोप लगाया गया था। कशमीरी लाल चोपड़ा की मानें तो यह मामला ब्रह्माकुमारी आश्रम से जुड़ा था और सुनील इनके काफी राज जानता था। कई गंभीर मामलों की शिकायत उसने ब्रह्माकुमारी आश्रम के माउंट आबू मुख्यालय को की थी। इसी दौरान सुनील का अपहरण हो गया। इससे पूर्व सुनील को जान से मारने की धमकी दी गई थी।
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विशेष जांच दल किया गया था गठित
हिसार लोकसभा उपचुनाव के समय कशमीरी लाल चोपड़ा के साथ विभिन्न दलों के प्रमुख लोगों की एक पंचायत हिसार जिंदल हाउस में विधायक घोडेला व व्यापार मंडल के प्रदेशाध्यक्ष बजरंग दास गर्ग के साथ मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मिली थी। उस समय मांग तो सीबीआइ की ही थी परंतु मुख्यमंत्री ने विशेष जांच दल गठित करा कर जांच शुरू कराई थी। इस जांच दल में आइजी लां एंड आर्डर, एएसपी हिसार शामिल थे। चोपड़ा की मानें तो इस जांच दल ने भी समय बरबाद किया जो जांच होनी चाहिए थी वह नहीं हुई। तब मुख्यमंत्री के आश्वासन पर बरवाला में धरना प्रदर्शन बंद किया था परंतु वादा खिलाफी के कारण चोपड़ा अब दोबारा प्रदर्शन करने को मजबूर है। इस जांच दल ने आरोपियों के पोलीग्राफ टेस्ट भी कराए। जिनके पोलीग्राफ टेस्ट हुए उनमें बरवाला व हिसार के ब्रह्माकुमारी आश्रम से जुड़े लोग शामिल है।
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चोपड़ा दंपति ने नहीं छोड़ी कोई चौखट
इकलौते पुत्र के वियोग में तड़प रहे बरवाला के कशमीरी लाल चोपड़ा व माता जयदेवी ने न्याय पाने के लिए संघर्ष करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी। चोपड़ा दंपति ने बरवाला व हिसार में भी प्रदर्शन किए, अधिकारियों व राजनेताओं की चौखट पर भी दस्तक दी। हिसार जिला में सबसे लंबा संघर्ष करने वालों पर भी नजर दौड़ाई जाए तो निश्चित रूप से यह रिकार्ड भी चोपड़ा ने नाम जाएगा चोपड़ा का बरवाला व हिसार तथा गांवों के 36 बिरादरियों के लोगों ने साथ दिया। हिसार की पंजाबी धर्मशाला में भी धरना चला। परंतु बरवाला के कुछ लोगों ने दोहरी भूमिका अदा की और न्याय नहीं होने दिया।
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पुत्र वियोग में मां जयदेवी ने सुध बुध खोई
पुत्र वियोग में मां जयदेवी सुध बुध खो बैठी है। इकलौते घर के चिराग के खो जाने का गम उसे भीतर तक कचोट गया वो पहले भी हिसार के विभिन्न अस्पतालों के अलावा रोहतक मेडिकल कालेज में उपचाराधीन रह चुकी है। अब फिर उसकी हालत ठीक नहीं है। एक तरफ जवान पुत्र की जुदाई तो दूसरी तरफ पत्नी की बीमारी के कारण कशमीरी लाल चोपड़ा की किस्मत में दुख लिखे है परंतु दिलेर चोपड़ा ने भी गमों से मित्रता कर इनसे पार पाने की ठानी है।"